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देश मे भाजपा भर रही जातिवाद का जहर

भाजपा फूट डालने के लिए बना रही राजनीतिक समीकरण

सोचो आप सरकार में हो...

आने वाले वक्त में गुजरात का चुनाव है...




आपको क्या लगता है कि सरकार इतनी बेवकूफ है कि नारी सुरक्षा के स्टेटमेंट देती है और उसी दिन एक गैर हिन्दू समुदाय में हुए जघन्य अपराध के अपराधियों को, यूँही छोड़ रही है विपक्ष से खुद को टारगेट करवाने के लिए..

बिल्कुल नहीं..

यहाँ बिलकिस बानो के अपराधियों के जात वालो को टारगेट कर दिया जा चुका है आगामी चुनाव में समर्थन के लिए। 11 बलात्कारियों को नहीं बल्कि तीन ब्राह्मण और बाकी दलित, पाटीदार व अन्य चेहरों को रिलीज किया गया है।

2002 गोधरा कांड के दरमियान के घटनाक्रम वाकया को जान बूझ कर चिन्हित करवाया जा रहा है लाल किले की प्राचीर से।

क्या गुजरात चुनावो को हिन्दू-मुस्लिम विवाद की तरफ मोड़ें जाने की तैयारी हो चुकी है?

दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में लोधी समाज के भाजपा नेता ने ब्राह्मण विरोधी स्टेटमेंट दे डाला... खैर मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में सर्वे रिपोर्ट निगेटिव है इसलिए कोशिश करने का मतलब ही नही है भाजपा का, वैसे भी शिवराज मामा आज कल भाजपा में आउट ऑफ सिलेबस चल रहे है... 

केंद्रीय संसदीय समिति से खेमेबाजी चालू हो चुकी है।

अब थोड़ा राजपूत और ओबीसी समाज के मैनेजमेंट का खेल देखिए।।।

सोशल मीडिया के मार्केट में परिधानमंत्री...सॉरी😅...प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की आने वाली किताब "मोदी एटदरेट ट्वेंटी" की तुलना हमारे देश के केंद्रीय जल मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जी ने भगवत गीता से कर दिया है... 

अब उन्हें क्या ही बताये हम गीता की विशालता और पवित्रता का स्तर परन्तु हां मोदी जी की तुलना जरूर श्री कृष्ण भगवान से कर दी है नेता जी ने.....फुल प्लानिंग किये है चुनाव मे कृष्णभक्त ओबीसी समाज और खाटू श्याम के दीवानों को साधने का....आखिर मामला राजस्थान और गुजरात के चुनाव का जो है...

...और वही दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के मनीष शिशोदिया द्वारा खुद को महाराणा प्रताप का वंशज और राजपूत होने का मौखिक प्रमाण पत्र ट्विटर पर प्रस्तुत कर के उनके राजस्थान चुनाव में एंट्री की तहरीर दी जा चुकी है वो भी सिसोदिया के ही चेहरे पर..न्यूयॉर्क टाइम्स में सिसोदिया को छापा जा रहा है हीरो बनाकर,


जिसके एबज में डैमेज कंट्रोल के लिए भाजपा अपने मंत्री अनुराग ठाकुर को सामने लाकर खड़ा कर रही है ताकि ज्यादा पॉजिटिविटी न फैल जाए शिक्षा की व्यवस्था के नाम पर इसलिए न्यूयॉर्क टाइम्स को देशद्रोही अखबार घोषित करने के लिए भिड़ना होगा।

महाराजा सिंधिया के जाने के बाद, राजा दिग्विजय सिंह पर दाँव खेली है कांग्रेस ने, राजपूत समाज का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए। 
जिसका नजारा कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के लोकार्पण के वक्त देखने को मिला।

कुछ यही सब देखकर अब राजपूत समाज का बड़ा नाम गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा ऐसे रिलीजनल बयान कहीं न कहीं आगामी राजस्थान चुनाव की तरफ संकेत तो कर रहा है जहाँ राजपूत समाज पावर अथॉरिटी है... साथ ही खाटू श्याम के दीवाने भी।

लेखक - हर्षितेश्वर मणि तिवारी

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