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एक स्वर्ण नगरी का परिकल्पित सफ़र: उदयपुर; Udaipur the city of Lakes

बस के एक सफ़र में स्वर्ण नगरी की कल्पना

जैसलमेर (Jaisalmer) को स्वर्ण नगरी कहा जाता है क्योंकि पूरा शहर पीले रंग के पत्थरों से बनी इमारतों से लबरेज है। जैसलमेर भी राजस्थान (Rajasthan) राज्य के अंतर्गत ही एक स्थान है जहाँ रेत, समुंदर के माफ़िक फैला हुआ है। अब आप सोच रहे होंगे कि मैं कहाँ उदयपुर (Udaipur) से जैसलमेर पहुँच गया पर घबराइए नही, जैसलमेर की स्वर्ण नगरी के ख़िताब को अपने वृत्तांत चित्रण के माध्यम से उदयपुर के साथ बांटने की धृष्टता करने जा रहा हूँ। इस वजह से जैसलमेर के अस्तित्व का आप सभी से साक्षात कराना आवश्यक था।

हालांकि इतना बड़ा तो लेखक नहीं हूँ कि मेरे लेख किसी क्षेत्र की आब-ओ-हवा को पलट दे, बवाल मचा डाले ख़िताब छीनने के नाम पर, मगर फिर भी कोई हल्का भी कसक अगर मन मे आए तो एडवांस में बतला रहा हूँ कि यह कहानी मेरे दृष्टि की कल्पना मात्र है, मेरी आँखों ने जो चित्रण किया उसे शब्दों में उतार दिया। ऑफिशियली तौर पर स्वर्ण नगरी तो जैसलमेर ही रहेगी। 

7.13 सूर्योदय का समय और लगभग 7.45 मेरे बस का समय।तापमान 6℃...

सूर्योदय का समय तो हो चुका था पर सूर्य देवता नाराज चल रहे थे लग रहा था, इसलिए धूप भी दिखने का नाम ही नही ले रही थी। अब मैं 'कोई मिल गया' का जादू भी नहीं हूँ जो धूप देखकर पेट भर लेता, इसलिए सुबह का नाश्ता करते हुए रोडवेज की बस का इंतजार करने लगा जो बहुत ही जल्द समाप्त हो गया बस के आने के साथ।

अब आसमान भी लालिमा बिखेरने लग गया था, सूरज देवता की नाराजगी समाप्त होती नजर आ रही थी।

झीलों की नगरी उदयपुर- चित्र: Aayumesh

बस के चलने के साथ साथ सूर्य देव का सुंदर सा लाल स्वरूप अपनी सुनहरी किरणों को नीचे पृथ्वी पर बड़ी मोहब्बत से बिखेर रहा था। एक मीठी सी गर्माहट बस के बन्द शीशे से महसूस होना चालू हो चुका था, सूरज परवान चढ़ने लग गया था।

उदयपुर की भौगोलिक स्थिति के अनुसार पूरा शहर पर्वतों के घेरे में बसा है, मानो विशालकाय पर्वत इस झीलों के नगरी को अपनी गोद मे छिपाए हुआ है।

पर्वतों से घिरी है उदयपुर की आभा- चित्र: Aayumesh

बस सड़क पर चल रही थी, सड़क शहर के बीच था और शहर पर्वतों के..

सूर्योदय से निकली सुनहरी किरणें पर्वतों में अपनी सुनहरी आभा बिखेर रही थी। दूरी जितनी कम हो लक्ष्य उतना सीघ्र मिलता है।पर्वतों और सूर्य की दूरी कम थी, किरणे मिल गयी। चारो तरफ पर्वतों पर सुनहरी किरणों ने कुछ यूं खुद को बिखेरा मानो सोने की लहलहाती फसलों ने पूरे पहाड़ों पर कब्ज़ा जमा, अपने रंग में ढाल दिया हो। सुनहरे पर्वतों का यह दृश्य वास्तव में अद्भुत था। कल्पनाओ ने अपनी उत्सुकता का मोर्चा खोल दिया था और इन्ही मोर्चो से सुनहरा पर्वत की श्याही लिखने के लिए भरी गयी थी। आंखे सुनहरे पर्वतों में व्यस्त थी, सड़को को अभी भी धूप की तलब थी, जिसके मिटते-मिटते मंजिल आ गयी..

विशेष नोट:

उदयपुर में 10 घूमने लायक स्थान  (Top 10 Places to travel in Udaipur)

1 सिटी पैलेस और म्यूजियम - City Palace of Udaipur (Udaipur)        

2 जगदीश मंदिर- Jagdish Mandir (Udaipur)

3 गणगौर घाट- Gangour Ghat (Udaipur)

4 अम्बराई घाट- Ambrai Ghat (Udaipur)

5 बड़ी लेक, बाहुबली पर्वत- Badi Lake (Udaipur)

6  सज्जनगढ़ पैलेस - Sajjangarh Monsoon Palace (Udaipur)

7 शिल्पग्राम- Shilpgram (Udaipur)

8 फतेहसागर लेक- Fatehsagar lake (Udaipur)

9 लेक पिछौला- Lake Pichola(Udaipur)

10 लोक कला मण्डल-  Lok kala mandal (Udaipur)


लेखक- हर्षितेश्वर मणि तिवारी

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