अयोध्या (Ayodhya) की यह तस्वीरें इस बात की गवाही दे रही हैं कि विकास के नाम पर यहां कितना बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है. बिना नियोजन के जहां-तहां गड्ढे कर दिए गए, सीवर लाइन डाल दी गई. जब इस विकास की सार्थकता साबित करने की बारी आई तो पूरी अयोध्या पानी पानी हो गई.
अयोध्या का यह हाल 2 दिन की बारिश से हुआ है. देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद उनके केंद्र में अयोध्या (Ayodhya) ही रही है. बात बात में अयोध्या को विश्व नगरी बनाने का दावा किया जाता है. मौके मौके पर लाइटों की चमक दमक के साथ अयोध्या की फोटो सरकारी टि्वटर हैंडल और फेसबुक पेज पर देशवासियों को दिखाकर संदेश दिया जाता है कि हिंदू आस्था का केंद्र भव्यतम आकार ले रहा है. जबकि हकीकत यह है कि विश्व नगरी के नाम पर अयोध्या में लूट और भ्रष्टाचार का काम सरकारी संरक्षण में ही चल रहा है.
विनाश की यह तस्वीर इससे पहले आपने वाराणसी (Varanasi) में देखी होगी. शहर की सड़कें पानी पानी हो गई थी उस वक्त भी सोशल मीडिया पर बहुत किरकिरी हुई थी. अयोध्या को विश्व स्तरीय नगरी बनाने का काम बेहतर तब होता जब वाराणसी के विकास में हुई विफलताओं का अध्ययन किया जाता. लेकिन ऐसा होता तो विकास में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी न हो पाती.
भौगोलिक नजरिए से देखें तो वाराणसी और अयोध्या में काफी समानताएं हैं. नदियों के किनारे बसे नगर का एक नेचुरल ड्रेनेज सिस्टम होता है. जिसके साथ छेड़छाड़ ना की जाए तो शहर में जलभराव कभी नहीं होता है.
नीचे तस्वीरों में ट्वीट का स्क्रीनशॉट देखिए, जिसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (CM Yogi Adityanath) और देश के प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) को भी टैग कर अंधेरे में रखा गया है.
संवरती अयोध्या !!!
— Ayodhya Nagar Nigam (@AyodhyaNgrNigam) October 6, 2022
अयोध्या नगर निगम द्वारा पौराणिक तिलोदकी गंगा के जीर्णोद्धार के फलस्वरूप विगत कई वर्षों की जलभराव की समस्याओं का हो रहा समाधान।
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.#tilodkiganga #Ayodhya #NagarNigam @myogiadityanath @UPGovt @CMOfficeUP @VishalSinghIAS @ChiefSecyUP @aksharmaBharat @PMOIndia pic.twitter.com/EzoIvnh2Tk
मतलब साफ है की तिलोदकी गंगा उद्धार के नाम पर भी लूट का लंबा खेल कर दिया है.
-The LampPost
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